बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और एंजेल वन के शेयरों में गुरुवार को भारी गिरावट से निवेशकों में घबराहट फैल गई।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज और एंजेल वन के शेयरों में गुरुवार को भारी गिरावट से निवेशकों में घबराहट फैल गई। भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (सेबी) के चेयरमैन तुहिन कांत पांडे के बयान के बाद शेयर बाजार का मिजाज बदल गया। बीएसई के शेयरों में करीब 6% की गिरावट आई, जबकि एंजेल वन के शेयरों में भी 6% से ज़्यादा की गिरावट दर्ज की गई।
फिक्की के वार्षिक पूंजी बाजार सम्मेलन में बोलते हुए, सेबी के अध्यक्ष तुहिन कांत पांडे ने कहा कि इक्विटी डेरिवेटिव्स की अवधि बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि इस संबंध में एक परामर्श पत्र जारी किया जाएगा।
शेयर बाजार में 21 अगस्त को बीएसई और एंजेल वन के शेयरों में 6% से ज़्यादा की गिरावट दर्ज की गई। ब्रोकरेज़ शेयरों पर सेबी की नज़र से निवेशकों में डर फैल गया है। आज सुबह 11:45 बजे तक एनएसई पर बीएसई के शेयर 2521 रुपये के आसपास कारोबार कर रहे थे। सेबी प्रमुख के बयान के बाद यह गिरकर 2335.20 रुपये पर आ गए। एंजेल वन के शेयर भी गिरकर 2538.40 रुपये पर आ गए।

विश्लेषक के अनुसार, डिस्काउंट ब्रोकर्स और एक्सचेंजों की 85% आय डेरिवेटिव्स से आती है। उनका अनुमान है कि अगर डेरिवेटिव्स की अवधि बढ़ाई जाती है, तो बीएसई की आय पर 50-60% असर पड़ सकता है।
इस बयान से निवेशकों में चिंता पैदा हो गई, क्योंकि बीएसई और एंजेल वन जैसी कंपनियों की कमाई काफी हद तक डेरिवेटिव ट्रेडिंग पर निर्भर करती है।
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