कांग्रेस नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने नवंबर 2024 में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भारी अनियमितताओं (धांधली) के आरोप लगाए हैं। राहुल गांधी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) और एक समाचार लेख के जरिए भाजपा और चुनाव आयोग (ECI) पर “चुनाव में मैच फिक्सिंग” का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया कि इस चुनाव में चरणबद्ध तरीके से निष्पक्षता को खत्म किया गया और भाजपा के पक्ष में नतीजे प्रभावित किए गए।
राहुल गांधी के पांच मुख्य आरोप
राहुल गांधी के मुताबिक, चुनाव में गड़बड़ी इस प्रकार की गई:
चरण 1: चुनाव आयोग की नियुक्ति के लिए पैनल में हेरफेर।
- चरण 2: मतदाता सूची में फर्जी नाम जोड़ना।
- चरण 3: मतदान प्रतिशत को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाना।
- चरण 4: चुनिंदा बूथों पर फर्जी मतदान कराना, ताकि भाजपा को फायदा मिले।
- चरण 5: सबूतों को छिपाना।
वे आरोप लगाते हैं कि जिन क्षेत्रों में भाजपा को जीत की ज़रूरत थी, उन्हीं बूथों पर फर्जी मतदान के जरिए नतीजों को प्रभावित किया गया। साथ ही, उन्होंने कहा कि सबूत छुपाने की कोशिश की गई है और यही पैटर्न आगे अन्य राज्यों—विशेषकर बिहार—में भी दोहराया जाएगा।
राहुल गांधी ने यह भी कहा कि “चुनाव आयोग भाजपा के लिए वोट चोरी कर रहा है और हमारे पास इसके 100 प्रतिशत सबूत हैं”—हालांकि उन्होंने यह सबूत सार्वजनिक रूप से पेश नहीं किए हैं।
चुनाव आयोग और भाजपा की प्रतिक्रिया
चुनाव आयोग ने राहुल गांधी के आरोपों को “बेतुका” और “तथ्यहीन” बताया है। आयोग का कहना है कि चुनाव प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी, कानून के मुताबिक और हजारों कर्मचारियों की निगरानी में सम्पन्न हुई। आयोग के अनुसार, इन आरोपों से चुनाव कर्मचारी और पार्टी प्रतिनिधियों के मनोबल पर असर पड़ता है, और राजनीतिक हार के बाद कानून-व्यवस्था के खिलाफ निराधार बातें कहना सही नहीं है। चुनाव आयोग ने साफ किया है कि सभी आरोपों का जवाब पहले ही ईसीआई की वेबसाइट पर सार्वजनिक कर दिया गया है।
भाजपा ने भी राहुल गांधी के आरोपों को नकारते हुए कहा कि विपक्ष जब हारता है, तब ऐसी बातें करता है और संस्थाओं की छवि खराब करने की कोशिश करता है।
राहुल गांधी के अनुसार, उनके पास फर्जी मतदाताओं, बढ़ाए गए मतदान प्रतिशत और अन्य गड़बड़ियों के “सबूत” हैं, लेकिन अब तक कोई ठोस दस्तावेज या डेटा सार्वजनिक रूप से सामने नहीं आया है। भाजपा और चुनाव आयोग दोनों ने उनसे इन तथाकथित सबूतों को सामने रखने की मांग की है। अब सभी की नजर इस पर टिकी है कि राहुल गांधी अगले कदम में कौन से “सबूत” पेश करते हैं, क्योंकि उन्होंने 5 अगस्त को “एटम बम” सार्वजनिक करने की बात कही थी। राहुल गांधी ने महाराष्ट्र चुनाव में गड़बड़ी के पांच प्रमुख चरणों का दावा करते हुए भाजपा और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- चुनाव आयोग ने सभी आरोपों को कानूनन गलत और मनगढ़ंत करार दिया है तथा जनता से संस्था में विश्वास बनाए रखने की अपील की है।
- भाजपा ने आरोपों को विपक्ष की रणनीति बताया है और संस्था के सम्मान पर जोर दिया है।
- फिलहाल, राहुल गांधी के द्वारा बताए गए “सबूत” सार्वजनिक नहीं हुए हैं; यदि वे कोई तथ्य पेश करते हैं, तो राजनीतिक हलकों और आम जनता में बहस और तेज़ हो सकती है।