गिरफ्तारी का संकेत मिलते ही डेटा डिलीट किया; हिसार कोर्ट ने वापस जेल भेजा
पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार हिसार की यूट्यूबर ज्योति मल्होत्रा आज (18 अगस्त) वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हिसार कोर्ट में पेश हुईं। कोर्ट ने उन्हें 7 दिन की न्यायिक हिरासत में फिर से जेल भेज दिया है।
ज्योति के वकील कुमार मुकेश ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा- ज्योति 25 अगस्त को कोर्ट में पेश होंगी, जिसमें उन्हें चार्जशीट की कॉपी सौंपी जाएगी।
हिसार पुलिस ने ज्योति के मामले में 14 अगस्त को अदालत में 2500 पन्नों की चार्जशीट पेश की थी। जिसमें पुलिस ने जांच के आधार पर जासूसी के सबूत मिलने का दावा किया था।
जाँच से जुड़े पुलिस सूत्रों से कई अहम खबरें सामने आई हैं। हालाँकि, अभी तक किसी को भी आरोपपत्र की प्रति नहीं मिली है, जिससे पुलिस के दावों की औपचारिक पुष्टि नहीं हो पाई है।
यह भी दावा किया गया है कि ज्योति लगातार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के अधिकारियों और एजेंटों के संपर्क में थी। ज्योति ने न केवल भारत के संवेदनशील स्थानों के वीडियो बनाए, बल्कि उन्हें पाकिस्तानी एजेंटों के साथ साझा भी किया।
ज्योति ने कश्मीर के बांधों के वीडियो शूट किए हैं। यह बांध भारत के लिए बेहद संवेदनशील माना जाता है। हालाँकि, अभी तक यह पता नहीं चला है कि ज्योति ने किस बांध के वीडियो बनाए हैं।
पुलिस का दावा है कि पाकिस्तानी एजेंटों को ज्योति के वीडियो से कश्मीर में बन रहे एक बांध की लोकेशन मिली थी। ज्योति कश्मीर में ज़्यादा से ज़्यादा जगहों पर जाती थी। पुलिस का दावा है कि वह आईएसआई एजेंटों के निर्देश पर यात्रा करती थी।
चार्जशीट को लेकर पुलिस सूत्रों ने ये अहम खुलासे किए हैं…
- गिरफ्तारी से पहले ज्योति ने डिलीट किया था कुछ डेटा: चार्जशीट की जाँच में शामिल एक अधिकारी ने बताया कि ज्योति बहुत समझदार है और सीधे सवालों के जवाब नहीं देती। उसे अपनी गिरफ्तारी का अंदेशा भी था, इसलिए उसने कुछ डेटा डिलीट कर दिया था।
- उसकी गिरफ्तारी की खबर तो मिली, लेकिन भागने से पहले ही उसे पकड़ लिया गया: पाकिस्तानी एजेंटों ने उसे उसकी गिरफ्तारी की खबर दी थी। लेकिन सुरक्षा एजेंसियों ने भागने से पहले ही ज्योति को पकड़ लिया। ज्योति द्वारा डिलीट किया गया कुछ डेटा रिकवर कर लिया गया है, लेकिन कुछ अभी रिकवर होना बाकी है। पूछताछ के दौरान ज्योति ने डिलीट किए गए डेटा के बारे में कुछ नहीं बताया।
- ज्योति ने न सिर्फ़ कश्मीर बंद के वीडियो बनाए, बल्कि राजस्थान के सीमावर्ती इलाक़ों में जाकर सेना के कैंपों के वीडियो भी पाकिस्तानी एजेंटों को भेजे । वो लगातार पाकिस्तानी एजेंटों से बात कर रही थी।
- भारतीय यात्रा परामर्श का उल्लंघन: पुलिस का दावा है कि ज्योति को पाकिस्तान जाने से पहले यात्रा परामर्श के बारे में सूचित किया गया था। हालाँकि, ज्योति ने इसका उल्लंघन किया। पाकिस्तानी एजेंटों के साथ नंबर साझा किए। उनके साथ बैठकें भी कीं।

ज्योति मल्होत्रा हिसार पुलिस की हिरासत में।
- ज्योति लगातार चार पाकिस्तानी एजेंटों के संपर्क में थी: पुलिस का दावा है कि ज्योति के मोबाइल फोन से पाकिस्तानी उच्चायोग के अधिकारी एहसान-उर-रहीम दानिश अली के साथ उसकी व्यापक बातचीत का पता चला है। इसके अलावा, आईएसआई के गुर्गे शाकिर, हसन अली और नासिर ढिल्लों के साथ भी उसके नियमित संपर्क का पता चला है।
- पहलगाम हमले से पहले की यात्रा का ज़िक्र: पुलिस सूत्रों के मुताबिक, चार्जशीट में पहलगाम हमले से पहले ज्योति की पाकिस्तान यात्रा और वहाँ उसके द्वारा बनाए गए वीडियो का भी ज़िक्र है। सूत्रों ने बताया कि एसआईटी अभी जाँच कर रही है और उम्मीद है कि जाँच पूरी होने के बाद एक पूरक आरोपपत्र दाखिल किया जाएगा।
- पाकिस्तानी एजेंटों ने ज्योति के फॉलोअर्स बढ़ाकर उसकी मदद की: पुलिस का दावा है कि पाकिस्तान में बैठे ISI एजेंट ज्योति के अकाउंट में पैसे जमा नहीं करते थे, बल्कि ज्योति की मदद के लिए उसके चैनल “ट्रैवल विद जो” का प्रचार करते थे। वे उसे टूर स्पॉन्सरशिप दिलाने में मदद करते थे। इस तरह ज्योति के वीडियो से कमाई होती थी।
