गुजरात में इस समय सरकार के विरोध का माहौल है, जिसके चलते बीजेपी विधायक और नेता लोगों के बीच नहीं जा पा रहे हैं। इतना ही नहीं, 15 अगस्त नज़दीक आते ही भीड़ जुटाना भी मुश्किल हो गया है। खबर है कि घर-घर तिरंगा यात्रा निकालने की ज़िम्मेदारी भी तलातियों पर थोप दी गई है।
स्कूल में रंगोली प्रतियोगिता से लेकर पीएम आवास योजना के सर्वेक्षण तक का काम तलातियों के कंधों पर है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, तलातियों की हालत अब आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं जैसी हो गई है। राज्य सरकार एक के बाद एक काम की ज़िम्मेदारी तलातियों के सिर पर डाल रही है। पता चला है कि 15 अगस्त के मौके पर तलाती गाँव में दानदाता ढूँढ़ने, स्कूल में रंगोली प्रतियोगिता आयोजित करने और छात्रों को पुरस्कार देने में व्यस्त हैं।
गाँव-गाँव में स्कूली बच्चों को इकट्ठा करके तिरंगा यात्रा निकाली जा रही है, जिसमें तलातियों की अहम भूमिका रही है। इसके अलावा, अब तलातियों को प्रधानमंत्री आवास योजना का सर्वेक्षण करने के लिए कहा गया है। तलाती यह भी जाँच रहे हैं कि लाभार्थी असली हैं या नकली। ऐसे में तलाती मुश्किल में हैं।
गुजरात में भाजपा नेता भीड़ जुटाने में नाकाम, तिरंगा यात्रा की जिम्मेदारी तलाटी पर

