अगस्त में भारत के विनिर्माण और सेवा क्षेत्र ने मज़बूत वृद्धि के संकेत दिए हैं। HSBC फ्लैश इंडिया कंपोज़िट PMI, जो जुलाई में 61.10 पर था, वह चार अंक उछलकर 65.20 तक पहुँच गया। S&P Global की रिपोर्ट के अनुसार, घरेलू और विदेशी बाज़ारों से नए ऑर्डर मिलने की वजह से यह वृद्धि दर्ज हुई है।
सेवा क्षेत्र ने अगस्त में अब तक का सबसे अच्छा प्रदर्शन किया है। इसका प्रारंभिक PMI 65.60 पर पहुँच गया, जो ऑल-टाइम हाई है। वहीं, विनिर्माण क्षेत्र का PMI भी जुलाई के 59.10 से बढ़कर 59.80 हो गया। रिपोर्ट में बताया गया है कि नए ऑर्डरों की मांग जुलाई जैसी ही मज़बूत बनी रही। कच्चे माल की तुलना में तैयार माल की कीमतें अधिक बढ़ने से कंपनियों के मुनाफे के मार्जिन में सुधार हुआ है।
ख़ास बात यह है कि 2024 के बाद पहली बार अगस्त में निर्यात ऑर्डरों में सबसे तेज़ वृद्धि दर्ज की गई। अमेरिका, यूरोप, मध्य-पूर्व और एशिया जैसे बाज़ारों से भारतीय कंपनियों को बड़े ऑर्डर मिले हैं। मज़बूत ऑर्डर फ्लो के चलते भर्ती की प्रक्रिया भी तेज़ रही। अगस्त में लगातार 27वें महीने रोज़गार में बढ़ोतरी हुई। सेवा क्षेत्र में हुई बड़ी भर्ती ने विनिर्माण क्षेत्र में आई मामूली गिरावट का असर संतुलित कर दिया।
हालाँकि, भर्ती बढ़ने से कार्य गति थोड़ी धीमी पड़ी है। दूसरी ओर, सेवा क्षेत्र में वेतन वृद्धि के दबाव के कारण लागत बढ़ी है। इसके चलते सर्विस चार्जेस में भी इज़ाफ़ा हुआ है। मज़बूत मांग की वजह से कंपनियाँ बढ़ी हुई लागत का बोझ सफलतापूर्वक ग्राहकों पर डालने में सक्षम रही हैं।